आज कुछ तस्वीरें हाथ आईं! कितनी बीती यादें साथ लाईं! उनका बचपन और हमारी जवानी! नई नहीं, है ये बात पुरानी! एक गुलाबी फ़्रॉक में, छोटा सा प्यारा मुखड़ा! पलक पर आंसू बैठा था, जैसे चाँद का टूटा टुकड़ा! सोती ही नहीं थी कभी, बिना सुने कहानी! नई नहीं, है ये बात पुरानी! आँगन मेंContinue reading “नई नहीं है ये बात पुरानी”